ऑस्ट्रेलिया ने इंडिया को दो विकेट से हराया, 2nd ODI में सिर्फ़ एक मैच बचा

ऑस्ट्रेलिया ने इंडिया को दो विकेट से हराया, 2nd ODI में सिर्फ़ एक मैच बचा

जब रोहित गुरुनाथ शर्मा, भारत के कप्तान ने शुरुआती ओवर में टिकाऊ साझेदारी बनाने का सोचा, तो वही समय था जब BCCI और क्रिके‍ट ऑस्ट्रेलिया के बीच एडिलेड ओवल, दक्षिण ऑस्ट्रेलिया में दूसरा ODIएडिलेड ओवल का मँच तय हो रहा था। ऑस्ट्रेलिया ने 265 रन का लक्ष्य 12 गेंद बचाकर हासिल किया और इस प्रकार तीन‑मेज़ ODI श्रृंखला का ख़त्मा अपने हाथ में कर लिया।

मैच का सारांश और स्कोरकार्ड

भारत ने पहले विकेट से 264/9 का कुल बनाकर अपना 50‑ओवर पूरा किया। रोहित शर्मा ने 97 गेंदों में 56 रन बनाए, जबकि श्रीयस इय़र ने 62 गेंदों पर 68 रन लगाया, जिससे 150‑का सेफिंग पार्टनरशिप बना।
फिर भी मिशेल स्टार्क और एडम ज़म्पा की तेज़ स्पिन और तेज़ गेंदबाज़ी ने भारतीय टॉप ऑर्डर को जल्दी ही तोड़ दिया। भारत के अंत में हार्दिक राणा (24* off 18) और अर्जुन सिंह (13) ने आखिरी ओवरों में जल्दी‑रफ़्तार रफ़्तार स्कोरिंग कर 264 बनायी।

भारत की बल्लेबाज़ी और प्रमुख झटके

रोहित शर्मा की पारी में शुरूआती दबाव के बाद श्रीयस इय़र का आक्रमण देख कर कई दर्शकों को आशा हुई। लेकिन मिशेल स्टार्क ने 97‑वाँ ओवर में रोहित को लिफ़ाफ़ा दे दिया, जो आज‑कल के उनके धीमे सिंगल्स की तुलना में काफ़ी तेज़ था।
इसी बीच, ज़म्पा ने एक ही ओवर में दो भारतीय ऑल‑राउंडर — अक्सर पटेल और नितिश कुमार — को गिरा दिया। जब भारत 250 पर ठहर गया, तो चोटिल राणा और अर्जुन ने फिर से धूम मचा दी, लेकिन उनका समय बहुत देर से आया।

ऑस्ट्रेलिया की पिची और सफल पीछा

ऑस्ट्रेलिया की पिची और सफल पीछा

खुले क्रम में मिशेल मार्श और ट्रैविस हेड ने प्री‑सफ़ाईनिंग देखी, लेकिन भारत के नवजीवन धक्का को रोक नहीं पाए। कोपर कनोली ने सरगर्म़ी के साथ एक यॉर्कर ओवर में सिर्फ चार रन दिलवाए।
अंतिम चरण में, मिचेल ओवेन ने छह‑छक्का मारते हुए भारत की गेंदबाज़ी को एक झटका दिया। 200‑रन के बाद लक्ष्य 36 रन था, 54 गेंदों में, और ओवेन ने कई बड़े‑छक्के लगाए, जिससे भारत को लगातार दबाव में लाकर रखा। अंत में ऑस्ट्रेलिया ने दो विकेट बचाकर जीत हासिल की।

खिलाड़ियों की प्रतिक्रियाएँ और विशेषज्ञ विश्लेषण

मैच के बाद रोहित शर्मा ने कहा, “हमारी शुरुआती साझेदारी अच्छी थी, लेकिन मिड‑इंज़ में गति नहीं रख पाई।” उन्होंने टीम के भीतर चोटिल राणा को ठीक होने की आवश्यकता पर भी ज़ोर दिया।
विराट कोहली का दूसरा लगातार रुक जाना, भारत के टॉप‑ऑर्डर में गड़बड़ी को उजागर करता है; उनका प्रदर्शन पर पूरी टीम ने निराशा व्यक्त की।
ऑस्ट्रेलिया के कोच ने कहा, “हमारे पिची के साथ सही तालमेल बना कर, हमारे बल्लेबाज़ी ने आखिरी पलों में दम दिखाया।” क्रिकेट विश्लेषकों ने इस जीत को “ऑस्ट्रेलिया की तेज़ पिची को समझने की क्षमता” और “भारत की निचली क्रम में असंगतता” के रूप में पढ़ा।

आगे का कार्यक्रम और सीरीज का महत्व

आगे का कार्यक्रम और सीरीज का महत्व

तीन‑मेज़ श्रृंखला का अंतिम मँच 26 अक्टूबर को मेलबर्न, विक्टोरिया में निर्धारित है। अगर ऑस्ट्रेलिया इस मैच में भी जीतता है, तो भारत को 0‑3 की हार झेलनी पड़ेगी, जो उनके विश्व रैंकिंग पर नकारात्मक असर डाल सकती है। BCCI के आधिकारिक बयान में कहा गया है कि टीम “समय पर सुधार लाने और अगली टूर में बेहतर प्रदर्शन करने” के लिए काम कर रही है।

अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न

ऑस्ट्रेलिया की जीत का भारतीय टीम पर क्या असर होगा?

तीन‑मेज़ श्रृंखला में शून्य जीत का मतलब है कि भारत को अपनी रणनीति, विशेषकर मध्य‑ओवर की टिकाऊपन और फिनिशिंग पर पुनः विचार करना पड़ेगा। रैंकिंग पॉइंट्स में गिरावट और आत्मविश्वास का नुकसान दोनों संभावित होते हैं, इसलिए अगली टेस्ट और T20 सीज़न में सुधार आवश्यक है।

रोहित शर्मा की पारी को क्यों ‘धीमी’ कहा गया?

रिपोर्टों ने बताया कि 97 गेंदों में 56 रन बनाना उनके 2019 के मोहाली मुकाबले से धीरे था, जहाँ उन्होंने 89 गेंदों में 56 बना था। इस धीमी गति ने भारत को लक्ष्य‑सेट करने में देर कर दी, जिससे फ़िनिशिंग ओवर में दबाव बढ़ा।

बाद में कौन‑से खिलाड़ी को बदलना चाहेंगे कोहली?

कोहली की लगातार दो रुकने की वजह से कई विशेषज्ञ ने सुझाव दिया है कि टीम को नए ओपनिंग साझेदार या टॉप‑ऑर्डर में अधिक स्थिरता वाले खिलाड़ी पर विचार करना चाहिए, जैसे कि श्रेयस आयर या फिर नए उदयमान बल्लेबाज़ों को मौका देना।

अगला मैच कहाँ खेला जाएगा और कब?

तीसरा और अंतिम ODI 26 अक्टूबर 2025 को मेलबर्न, विक्टोरिया में, मैन स्पोर्ट्स स्टेडियम में आयोजित होगा। यह मैच सीरीज को निर्णायक मोड़ देगा।

मिशेल स्टार्क ने इस जीत में क्या योगदान दिया?

स्टार्क ने रोहित शर्मा को लिफ़ाफ़ा देकर मध्य‑ओवर में भारत की गति को रोक दिया और फिर अर्जुन सिंह को बॉलर पर बॉलर बना दिया। उनकी दो विकेट ने भारत को लक्ष्य‑सेटिंग में बाधा डाली, जिससे ऑस्ट्रेलिया को पीछा आसान हुआ।